Mohabbat Ho Gai
एक अजनबी से हमें मोहब्बत हो गयी है
ये ज़िन्दगी हमारी मुकम्मल होगयी है
सोचते हैं वो चेहरा कैसा होगा
जिस से हमें चाहत होगयी है
जब लेती हूँ नाम,ये सांसें महक उठती हैं
अब ये सांसें भी मेरी उस की होगयी हैं
उस का यूँ रोज़ मेरी नींदों में चले आना
मेरे सपनों की दुनिया अब रोशन होगयी है
धड़क उठता है दिल जब महसूस करती हैं आँखें
ऐसा लगता है ये धड़कन भी उस के नाम होगयी है
उसे ही सोचते सोचते गुज़रती है अब ये रातें मेरी
मेरी रातें भी अब मेरे सनम के हवाले होगयी हैं
For Latest Deals Visit:-
|
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.