ख्वाब बोये थे और अकेलापन काटा है , इस मोहब्बत में यारो बहुत घाटा है
बड़ी मुश्किलों से करता हूँ तेरे यादों का कारोबार , मुनाफा कम है पर गुज़ारा हो ही जाता है।
रात की तन्हाई में तो हर कोई याद कर लेता है , सुबह उठते ही जो याद आए मोहब्बत उसे कहते हैं
एक कोशिश है कि कोई दिल के ज़ख्म ना देख ले , एक ख्वाइश है कि काश कोई देखने वाला होता
दिल से ज्यादा महफूज कोई जगह नहीं दुनिया में …. मगर सबसे ज्यादा लोग लापता यहीं से होते हैं
मुझे पता है लोग बदल जाते हैं , पर मैंने तुम्हें उन लोगों में गिना ही नहीं था
मैसेज हम ज़्यादा और वो कम करते हैं, फिर भी वो कहते हैं कि प्यार 😘 वो ज़्यादा, हम कम करते हैं!!
नफरत हो जाएगी तुझे तुझसे ही …. अगर मैं तेरे ही अंदाज़ में बात करूँ
मत खेल मेरी मोहब्बत से , बहुत नाज़ुक मिज़ाज़ हूँ मैं …. तुझे खबर भी ना होगी और मैं यूहीं हँसते – हँसते तेरी दुनिया छोड़ दूँगा।
बढ़ती गयी उनकी मनमर्जियाँ , फिर इक दिन ये हुआ की हम फिर से अजनबी बन गए
खता उनकी भी नही है वो भी क्या करती हजारो चाहने वाले थे किस-किस से वफ़ा करती
काश आज मेरी साँस रुक जाए , सुना है की साँस रुक जाए तो रूठे हुए भी देखने आते है
मेरा ये दिल भी कितना भोला है, Hurt होकर भी Expectation रखता है !
मेरी बेपनाह मोहब्बत तुम्हे उस वक़्त याद आएगी जब तुम्हें हँसाने वाले कम और रुलाने वाले ज्यादा होंगे…
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