My Life Attitude In Hindi इरादे सब मेरे साफ़ होते हैं, इसीलिए, लोग अक्सर मेरे ख़िलाफ़ होते हैँ!
रोज स्टेटस बदलने से जिंन्दगी नहीं बदलती, जिंदगी को बदलने के लिये एक स्टेटस काफी है..!!
अक्सर वही लोग उठाते हैं हम पर उंगलिया, जिनकी हमें छूने की औकात नहीं होती।
चलो बिखरने देते हैं ज़िन्दगी को, संभालने की भी एक हद होती हैं.
मुसीबत के दिन गुजर जायेंगे, आज जो मुझे देखके हंसते है , वो कल मुझे देखते रह जायेंगे ..
अकड़ती जा रही हैं हर रोज गर्दन की नसें, आज तक नहीं आया हुनर सर झुकाने का
हम बुरे ही भले अब.. जब अच्छे थे तब कौन से मैडल मिल गए
झुकता वही है जिसमें जान होती है, अकडना तो लाश की पहचान होती है।
जो आदमी लिमिट में रहता हैं, वो ज़िन्दगी भर लिमिट में ही रह जाता हैं
उन्होंने तो हमें धक्का दिया था डुबाने के इरादे से अंजाम ये निकला हम तैराक बन गए।
कमियाँ तो बहुत है मुझमे, पर कोई निकाल कर तो देखे
रुकावटे तो ज़िन्दा इन्सान के लिए हैं, मय्यत के लिए तो सब रास्ता छोड़ देते है
वो मंज़िल ही बदनसीब थी जो हमे पा ना सकी, वरना जीत की क्या औकात जो हमे ठुकरा दे
अजीब किस्सा है जिन्दगी का,अजनबी हाल पूछ रहे हैं, और अपनो को खबर तक नहीं।
ज़िंदगी में बहुत्त कष्ट है, फिर भी हम मस्त है !!
कभी कभी जीतने के लिए कुछ हारना भी पड़ता हैं, और हार कर जीतने वाले को लोग बाज़ीगर कहते हैं.
दीदार की तलब हो तो नजरें जमाये रखना .. क्यों कि ‘नकाब’ हो या ‘नसीब’ सरकता जरूर है
मेरे बारे में इतना मत सोचना, दिल में आता हूँ , समज में नही ।
भीङ में खङा होना मकसद नहीं हैं मेरा, बलकि भीङ जिसके लिए खडी है वो बनना है मुझे ॥
क्यों हम भरोसा करें गैरों पर, जबकि हमें चलना है अपने ही पैरों पर
इतना भी गुमान न कर आपनी जीत पर ऐ बेखबर, शहर में तेरे जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार के हैं..!
हम आज भी अपने हुनर में दम रखते हैं, होश उड़ जाते हैं लोगो के जब महफ़िल में कदम रखते हैं
माँ जब मेरे लिए दुआ करती है, रास्ते की हर ठोकर मुझे सलाम करती हैं.
मेरी ख़ामोशी से किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता, और शिकायत में दो लफ्ज़ कह दूँ तो वो चुभ जातें हैं।
लोग हमसे जल रहे हैं, लगता हैं अपने सिक्के भी इस शहर में चल रहे हैं.
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.